अपील_दुःखद कहानी।
मैसेज पढ़ने वाले सभी भाई लोगों को मूला राम चबराल (लुकास) का राम राम 🙏🙏
भाई लोगों यह फोटू जो आप देख रहे हो, यह आज का लाईव विडियो था और मैंने screen shot लेकर यह फोटूं यहां लगाई है।
यह विडियो शायद आप लोगों ने देखा भी होगा और नहीं भी देखा है तो मैं बता देता हूं।
इस फोटू में जो बुजुर्ग बैठे हैं यह श्री मोहन राम जी भाकर गांव रताऊ, तह: लाडनूं, जिला नागौर (राजस्थान) के हैं।
इनका बेटा गोविन्द राम भाकर आज से 7 साल पहले सऊदी अरब कमाने के लिये गया था।
दो साल कमाई करने के बाद वापस घर आने की सोच ही रहा था कि एक एक्सीडेंट की घटना घट गई और उसको जेल में बन्द कर दिया।
(सुना है कि जिस गाङी से एक्सीडेंट हुआ था उस गाङी का बीमा (insurance) खत्म हो रखा था।
अगर हकीकत में देखा जाये तो यह क्लेम गाङी के मालिक को देना चाहिये, लेकिन उन्होनें तो ड्राइवर गोविन्द राम को पकङ कर जेल में बन्द कर दिया।
और 3 लाख रियाल का क्लेम बनाकर उसको बोल दिया कि यह पेमेंन्ट दे दो और बरी हो जाओ।
अब उसको बन्द हुऐ करीब 5 साल सो गये हैं, तथा उसको बरी करने की कीमत 3 लाख सऊदी रियाल यानी भारतीय रकम 60 लाख करीब बनती है। तो यह रकम घर वाले तो इक्कठी कर नहीं सकते हैं।
(और घर वालों ने इधर उधर राजनेताओं से भी अपील की थी लेकिन निराशा ही हाथ लगी।)
और इतनी बङी रकम कोई एक आदमी के वश की बात भी नहीं है।
तो इस काम का बीङा हम सब मिल कर उठाते हैं तो एक भाई के पिताजी को अपना बेटा, पत्नि को अपना सुहाग व बच्चों को अपना पिता मिल सकता है।
तो भाईयों सभी से हाथ जोङ कर प्रर्थना है कि अगर हम सब मिलकर 5-10 आदमी उनके घर जाकर तथा और भी रताऊ गांव के गणमान्य आदमीयों को बुलाकर इस बारे में बात करें तो हो सकता है हमारा भाई गोविन्द राम वापस भारत आ सकता है।
अगर यह काम हो जाता है तो वो और उसका परिवार इतनी दुआऐं देंगे कि आप लोगों की सात पीढियों तक यह दुआऐं खत्म नहीं होगी।
भाई लोगों बूंद बूंद से घङा भर जाता है।
तो अपने सामर्थ्य अनुसार मदद करने की सोचें और जल्द से जल्द इस भाई को जेल से रिहा करवाकर घरवालों से मिलवायें।
क्योंकि सऊदी का कानून बहुत कङा है,
तो जब तक मृतक के परिवार को क्लेम नहीं मिल जाता है तब तक वहां की सरकार उसको रिहा नहीं करेगी।
चिङी चोंच भर ले गई, नदियां घटियो नहीं नीर।
धर्म करियां धन ना घटे, कह गये दास कबीर।।
भाई लोगों यह फोटू जो आप देख रहे हो, यह आज का लाईव विडियो था और मैंने screen shot लेकर यह फोटूं यहां लगाई है।
यह विडियो शायद आप लोगों ने देखा भी होगा और नहीं भी देखा है तो मैं बता देता हूं।
इस फोटू में जो बुजुर्ग बैठे हैं यह श्री मोहन राम जी भाकर गांव रताऊ, तह: लाडनूं, जिला नागौर (राजस्थान) के हैं।
इनका बेटा गोविन्द राम भाकर आज से 7 साल पहले सऊदी अरब कमाने के लिये गया था।
दो साल कमाई करने के बाद वापस घर आने की सोच ही रहा था कि एक एक्सीडेंट की घटना घट गई और उसको जेल में बन्द कर दिया।
(सुना है कि जिस गाङी से एक्सीडेंट हुआ था उस गाङी का बीमा (insurance) खत्म हो रखा था।
अगर हकीकत में देखा जाये तो यह क्लेम गाङी के मालिक को देना चाहिये, लेकिन उन्होनें तो ड्राइवर गोविन्द राम को पकङ कर जेल में बन्द कर दिया।
और 3 लाख रियाल का क्लेम बनाकर उसको बोल दिया कि यह पेमेंन्ट दे दो और बरी हो जाओ।
अब उसको बन्द हुऐ करीब 5 साल सो गये हैं, तथा उसको बरी करने की कीमत 3 लाख सऊदी रियाल यानी भारतीय रकम 60 लाख करीब बनती है। तो यह रकम घर वाले तो इक्कठी कर नहीं सकते हैं।
(और घर वालों ने इधर उधर राजनेताओं से भी अपील की थी लेकिन निराशा ही हाथ लगी।)
और इतनी बङी रकम कोई एक आदमी के वश की बात भी नहीं है।
तो इस काम का बीङा हम सब मिल कर उठाते हैं तो एक भाई के पिताजी को अपना बेटा, पत्नि को अपना सुहाग व बच्चों को अपना पिता मिल सकता है।
तो भाईयों सभी से हाथ जोङ कर प्रर्थना है कि अगर हम सब मिलकर 5-10 आदमी उनके घर जाकर तथा और भी रताऊ गांव के गणमान्य आदमीयों को बुलाकर इस बारे में बात करें तो हो सकता है हमारा भाई गोविन्द राम वापस भारत आ सकता है।
अगर यह काम हो जाता है तो वो और उसका परिवार इतनी दुआऐं देंगे कि आप लोगों की सात पीढियों तक यह दुआऐं खत्म नहीं होगी।
भाई लोगों बूंद बूंद से घङा भर जाता है।
तो अपने सामर्थ्य अनुसार मदद करने की सोचें और जल्द से जल्द इस भाई को जेल से रिहा करवाकर घरवालों से मिलवायें।
क्योंकि सऊदी का कानून बहुत कङा है,
तो जब तक मृतक के परिवार को क्लेम नहीं मिल जाता है तब तक वहां की सरकार उसको रिहा नहीं करेगी।
चिङी चोंच भर ले गई, नदियां घटियो नहीं नीर।
धर्म करियां धन ना घटे, कह गये दास कबीर।।
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