खैरात में दिखावा?
" दस साल की बच्ची का खैराती ईदारो के नाम खत "
अकंल! अपना राशन और कपडे वापस ले जाए, पिछले साल राशन और कपडे लेते हुए हमारी तस्वीर अखबार मे छपी थी तो ईद के दिन मुहल्ले के बच्चे हमे भिखारी भिखारी कह कर चिढा रहे थे, तब से अम्मी को लोग हिकारत की नज़र से देखते है!
Note : बस मेरा कहने का मतलब ये है कि अगर किसी की मदद करने जाए तो मोबाईल और कैमरा घर छोड़ कर जाया करे!
अकंल! अपना राशन और कपडे वापस ले जाए, पिछले साल राशन और कपडे लेते हुए हमारी तस्वीर अखबार मे छपी थी तो ईद के दिन मुहल्ले के बच्चे हमे भिखारी भिखारी कह कर चिढा रहे थे, तब से अम्मी को लोग हिकारत की नज़र से देखते है!
Note : बस मेरा कहने का मतलब ये है कि अगर किसी की मदद करने जाए तो मोबाईल और कैमरा घर छोड़ कर जाया करे!
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